
इस किताब को मेनका गांधी ने "पीलीभीत उत्थान" के नाम से प्रकाशित कराया है लेकिन इस किताब में खास बात ये है कि इस पुस्तिका पर न तो पीएम मोदी का नाम है और न ही उनका फोटो। पीएम मोदी की फोटो और बिना नाम की ये किताब सत्ता के गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस पर मेनका गांधी का कहना है कि ये सिर्फ जिला स्तर पर किए गए विकास कार्यों की किताब है। इसीलिए पुस्तिका में सांसद का नाम और फोटो है। उन्होंने कहा कि ये उनका संसदीय क्षेत्र है इसीलिए उनकी फोटो और नाम है।
बड़ी बात ये है की इस पुस्तिका में कही भी भाजपा का भी नाम नहीं है। इसे लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। जहां विपक्षी चुटकी ले रहे हैं वहीं भाजपा में मेनका गांधी विरोधियों को एक अच्छा अवसर हाथ लग गया है। जाहिर है, फिलहाल कोई भी मेनका का बचाव नहीं कर रहा है। भाजपा के जिलाध्यक्ष सुरेश गंगवार ने खेद व्यक्त किया।