
संचालनालय स्वास्थ्य सेवायें में 3 स्टाफ नर्सेस के प्रस्ताव निर्धारित समयावधि में प्राप्त हुए थे परन्तु इन प्रस्तावों को परीक्षण उपरांत राज्य स्तरीय समिति जिसके अध्यक्ष सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कलयाण को प्रस्तुत नही किये गये। आनन फानन में निर्धारित अवधि के उपरांत बैठक आयोजित हुई जिसमें ये आश्वासन दिया गया कि दिल्ली बात हो गई है और प्रस्ताव विलम्ब से भेज सकते है पर उसके उपरांत भी कोई प्रस्ताव दिल्ली नही भेजा गया।
देश भर में नर्सेस व्यवसाय में सर्वोत्कृष्ट कार्य करने वाली नर्सेस को देश के राष्ट्रपति 12 मई को अंतराष्टीय नर्सेस दिवस पर नेशनल फलोरेंस नाइटेंगल नर्सेस अवार्ड प्रदान करते है। इस पुरूस्कार में रूपये 50000/- नगद एक प्रमाण पत्र एवं मेडल दिया जाता है ।
उक्त पुरूस्कार हेतु प्रदेष की किसी भी नर्स का नामांकन न भेजने से नर्सेस में भारी नाराजगी है । मध्यप्रदेष स्वास्थ्य कर्मचारी समिति के लक्ष्मीनारायण शर्मा, रामरति यादव, मीना हर्वट, सुनीता पटेल, सुषमा पाण्डेय, निन्द्रा मिश्रा, सविता शुक्ला, प्रभा खानवलकर, संजुलता, कविता कोसे, प्रमिला कनोजिया, गंगा आदि ने प्रदेष के मुख्य मंत्री एवं मुख्य सचिव से मांग की है कि निर्धारित समयावधि में राज्य स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन न करने एवं प्राप्त नामांकन भारत सरकार को न भेजने के दोषी अधिकारी कर्मचारियों पर सख्त कार्यवाही की जायें । उन्होने कहा कि यह स्थिति तब है जब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में सभी वरिष्ठ अधिकारी महिला है ।