क्या गंगा स्नान से बलात्कार जैसा पाप धुल जाता है

टीकमगढ़। क्या गंगा स्नान करने से बलात्कार जैसा पाप भी धुल जाता है। आपकी अपनी राय कुछ भी हो परंतु मप्र के टीकमगढ़ जिले में स्थित ग्राम मनेथा की पंचायत की मानें तो हां, धुल जाता है और पुलिस भी कोई कार्रवाई नहीं करती। अपनी ही बेटी के साथ बलत्कार के आरोपी को पंचायत ने गंगा स्नान करने की सजा सुनाई है। आरोपी ने सजा स्वीकार कर ली और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 

मनेथा गांव के जालम कुशवाहा ने 26 अप्रेल को अपनी ही 13 वर्षीय बेटी से दुष्कृत्य किया। इस घटना की जानकारी लोगों को लगी तो ग्यारह गांव के पंचों की पंचयात 2 मई को बुलाई गई। पंचायत के फैसले पर आरोपी पिता का काला मुंह करके गाँव में घुमाया और पत्नी के हाथों चप्पलो से पिटाई करवाई, इसके बाद इलाहाबाद जाकर गंगा स्नान और सामूहिक भोज कराने का आदेश दे दिया। आरोपी गंगा स्नान एवं मुंडन कराकर लौट आया है एवं सामूहिक भोज की तैयारियां चल रहीं हैं। 

अजीब बात तो यह है कि पृथ्वीपुर के एसडीओपी राकेश पेड्रो कहते हैं की इस मामले की कोई सूचना नहीं मिली है, और न किसी ने शिकायत की गई है। कोई शिकायत करेगा तो कार्यवाही की जायेगी। तात्पर्य यह कि यदि कोई शिकायत नहीं करेगा तो पुलिस इस तरह के पंचायती फैसलों हमेशा होते रहने देगी। पुलिस और प्रशासन का अपना सूचनातंत्र इतना सड़ गया है कि वो शिकायतों का इंतजार करती है। 
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