
बता दें कि बिहार के सिवान में पत्रकार राजदेव रंजन जबकि गया में आदित्य सचदेवा की हत्या के बाद बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी पार्टियों से लेकर आलोचक तक इसे राज्य में जंगलराज की वापसी करार दे रहे हैं।
वहीं, सत्ताधारी पार्टी के नेता सरकार का बचाव करते नजर आ रहे हैं। एक दिन पहले ही तेज प्रताप ने कहा था कि बीजेपी जलन के मारे जंगलराज के आरोप लगा रही है। वहीं, तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी ने बिहार सरकार का बचाव करते हुए गया में हुई हत्या की तुलना पठानकोट हमले से कर डाली थी।