मोदीजी, आपके शिवराज मप्र का भविष्य मिटा रहे हैं


प्रति,

माननीय प्रधानमंत्री जी
भारत सरकार
नई दिल्ली

विषयः- मध्यप्रदेश में शिक्षा का गिरता स्तर।
माध्यम: भोपाल समाचार डॉट कॉम

सेवा में,
विषर्यांगत सविनय विनम्र निवेदन है कि हमारे मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यस्था में शिक्षा को छोडकर शासन की योजनाओं पर ध्यान दिया जाता है जबकी असली मकसद शिक्षा ही है। भारत में शिक्षा के अधिकार का नियम लागू है पर मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार पिछले दो सालों मे आरटीई एक्ट के अधीन मध्य प्रदेश लाखों शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को रोके हुए है। जिससे मध्य प्रदेश का शिक्षा स्तर गिरता जा रहा है क्योंकि अच्छी शिक्षा बेहतर भविष्य बनाती है।

मध्य प्रदेश के प्राथमिक, मध्यमिक तथा हाई स्कूल में गरीब बच्चों को निशुल्क पुस्तके, निःशुल्क गणवेश, साईकिल तथा स्कॉलरशिप तो दी जाती है पर अच्छी शिक्षा देना ही भूल गए जिसके कारण मध्य प्रदेश में शिक्षा का स्तर गिरा।

माननीय जी, 
मध्य प्रदेश को छोडकर अन्य सभी राज्यों में शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित होती है परंतु मध्य प्रदेश शासन द्वारा संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 के बाद आज तक शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन नहीं किया गया। भारत देश में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में शिक्षकों की कमी पाई गई है। डी.एड/बी.एड प्रशिक्षित योग्य अभ्यार्थी प्रदेश सरकार शिवराज सरकार से जल्द से जल्द भर्ती की उम्मीद लगाये हुए बेठे है और हजारों आवेदक आॅवरऐज हो चुके है जिनकी बी.एड/डी.एड तथा सभी मार्कशीट कागज की रददी हो गये है। 

क्या यहीं न्याय है। क्या यह गन्दी राजनीती तो नहीं या बीजीपी सरकार कोई ठोस कदम उठायेगी। मेरी तो सोच व समझ से परे है यह शासन की नीति डी.एड/बी.एड प्रशिक्षित योग्य अभ्यार्थी प्रदेश सरकार शिवराज सरकार से जल्द से जल्द भर्ती की उम्मीद लगाये हुए बेठे है।

दिनांकः-02.05.2016
स्थानः-टीकमगढ़ म0प्र0
प्रार्थी
फिरोज खान
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