
दिल्ली निवासी SUKHDEV SINGH, GURMEET SINGH और SUBRATA ROY BHATTACHARYA ने अपने एक दर्जन साथियों के साथ पूरे देश में पीएसीएल नाम से चिटफंडी कंपनी बनाई थी। ग्वालियर के इंदरगंज थानाक्षेत्र स्थित शिंदे की छावनी इलाके में कंपनी का दफ्तर था। वर्ष 2011 में तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने शहर में संचालित चिटफंडी कंपनियों पर कार्रवाई की थी। जिसमें पीएसीएल पर भी प्रशासन ने छापा मारकर उसे सील करते हुए कंपनी के संचालकों सहित कुल 27 लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। तभी से पुलिस को कंपनी संचालकों की तलाश थी।
6 महीने पहले सुखदेव सिंह, गुरमीत सिंह और एस भट्टाचार्य को सीबीआई ने दिल्ली में गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही इंदरगंज पुलिस लगातर तीनों को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लाने का प्रयास कर रही थी। मंगलवार को तिहाड़ जेल से तीनों संचालकों को लेकर इंदरगंज थाना पुलिस बुधवार को ग्वालियर पहुंची। तीनों की यहां गिरफ्तारी लेने के बाद तत्काल उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से 20 मई तक पुलिस रिमांड पर ले लिया है।
27 पर FIR 8 अभी भी फरार
सीएसपी डीवीएस भदौरिया ने बताया कि वर्ष 2011 में संचालकों सहित 27 आरोपियों पर मामला दर्ज किया गया था। जिनमें से 16 आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सुखदेव, गुरमीत और एस भट्टाचार्य को सीबीआई ने पकड़ लिया है। अब 8 आरोपी इस मामले में शेष हैं, जिनकी गिरफ्तारी की जानी है।