
घटना बुधवार सुबह 10.45 बजे की है। एसडीएम ऑफिस में अटैच सहायक शिक्षक मीनेष अग्निहोत्री ने बताया, 'मैं सुबह जैसे ही ऑफिस पहुंचा। ऑफिस क्लर्क अखिलेश कुमार खरे ने अपने पास बुला लिया। फिर आधा घंटे तक मुझे एक पैर पर खड़े होकर काम करने को कह दिया।' अग्निहोत्री ने बताया कि वह 15 मिनट देरी से पहुंचा था। जिसके लिए उसे सजा दे दी। मैंने इसका विरोध भी किया लेकिन उन्होंने नहीं सुनी।
मैं जैसे ही काम करने लगा इसी दौरान तहसीलदार अनिल जैन राउंड पर आए थे। मैंने उनसे आग्रह किया कि मैं बैठकर काम कर लूं, तो उन्होंने मुझे बैठने के लिए कह दिया। उनके जाने के बाद बाबू फिर आ गए। भड़कते हुए फिर से एक पैर पर काम करने के लिए कहा। इस मामले में अग्निहोत्री ने तहसीलदार को बाबू द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार की शिकायत भी लिखित में की है।