भोपाल। राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में 100 असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती होगी। इसकी तैयारी विश्वविद्यालय ने शुरू कर दी है। विवि में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर भर्ती हो रही है। इसके तहत फॉर्मेसी, इंजीनियरिंग सहित अन्य विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर्स नियुक्त होंगे। इसके लिए विवि अगले सप्ताह से आवेदन बुलाएगा। आवेदन के बाद मैरिट के आधार पर संबंधितों के साक्षात्कार होंगे। हाल ही में यूजीसी ने असिस्टेंट प्रोफेसर्स की नियुक्ति के लिए नेट की अनिवार्यता खत्म कर दी है। इससे आरजीपीवी में होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर्स की नियुक्ति में पीएचडी और एमफिल डिग्रीधारियों को आवेदन का मौका मिलेगा।
कर्मचारियों की नियुक्ति अटकी
उधर विवि में कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया अटकी हुई है। विवि ने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों को भरने के लिए दो साल पहले आवेदन बुलाए गए थे। नियुक्तियां नहीं होने से विवि के कई काम प्रभावित हो रहे हैं। इसके बाद भी विवि कर्मचारियों की नियुक्ति नहीं कर पा रहा है। इसकी वजह विवि अधिकारियों के बीच आपसी खींचतान सामने आ रही है। इस संबंध में विवि कुलपति प्रो. पीयूष त्रिवेदी का कहना है कि तृतीय, चतुर्थ श्रेणी नियुक्ति का अधिकार रजिस्ट्रार के पास है। उधर रजिस्ट्रार एसके जैन का कहना है कि उनके पास कर्मचारी नहीं हैं। इस वजह से वे नियुक्ति नहीं कर पा रहे हैं।