
पिछले दिनों राजन मप्र की यात्रा पर थे। नगर निगम भोपाल ने राजन को देने के लिए जन्म प्रमाण पत्र तैयार कराया था, उसमें उनका नाम डॉ. रघुराम राजन लिखा गया था। इस पर सवाल उठा कि जन्म लेते ही किसी व्यक्ति के नाम के साथ डॉक्टर कैसे लिखा जा सकता है? दूसरी गलती यह हुई कि प्रमाण पत्र पर उनके निवास का पता भी दर्ज नहीं था। इसके अलावा जन्म प्रमाण के लिए राजन ने कोई आवेदन भी नहीं दिया था।
जब नगरनिगम की खिल्ली उड़ना शुरू हुई तो शर्म से बचने के लिए निगम ने वह प्रमाण पत्र ही रद्द कर दिया।