
आसाराम दुष्कर्म के मामले में जेल में हैं। इसलिये इस बार सिंहस्थ में उनका कैंप नहीं लगा है। लिहाजा प्रशासन ने उनके आश्रम की जमीन को इस बार निर्मोही अखाड़े को आवंटित कर दिया है। बुधवार को कब्जा लेने पहुंचे निर्मोही अखाड़े के संतों ने आसाराम के पोस्टर और बैनर फाड़ दिए। आसाराम के आश्रम पहुंचे निर्मोही अखाड़े के संतों का कहना हैं कि आसाराम संत के नाम पर कलंक है। इसलिये उसके आश्रम में आने से पहले गंगाजल छिड़ककर पवित्र किया गया है।
इसी बात को लेकर उनके और आसाराम के आश्रम के सेवादारों के बीच विवाद हो गया लेकिन निर्मोही अखाड़े के संत नहीं माने। उन्होंने यहां जमकर गदर मचाया और आसाराम आश्रम में उनसे जुड़ी हर निशानी को तोड़ दिया।