भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी अभियान ‘ग्रामोदय से भारत उदय’ की सफलता के लिए मप्र के मंत्रीगण कतई प्रयास नहीं कर रहे हैं। उन्हे इस अभियान की परवाह ही नहीं है। हालात यह हैं कि अभियान की समीक्षा के लिए बुलाई मीटिंग में 5 मंत्री तो आए ही नहीं, जबकि 5 मंत्रियों ने अभियान के लिए एक भी दौरा नहीं किया, मीटिंग में माफी मांग ली। मंत्रियों के इस रुख से नाराज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अभियान को गंभीरता से लो। मैं भी जा रहा हूं तो आप लोग क्यों नहीं। अगले 15 दिन में सारी रिपोर्ट मिल जानी चाहिए। इसे पीएमओ भेजा जाएगा।
इससे पहले जैसे ही ग्रामोदय अभियान की समीक्षा शुरू हुई उच्च शिक्षा मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने यह कहते हुए माफी मांगी की व्यस्तता के कारण नहीं जा पाए। स्वास्थ्य राज्यमंत्री शरद जैन ने तुरंत यही बात दोहराई। इसके बाद पर्यटन राज्यमंत्री सुरेंद्र पटवा, नगरीय विकास राज्यमंत्री लालसिंह आर्य भी यही कहते नजर आए।
मेहदेले ने की यशोधरा राजे की शिकायत
पीएचई मंत्री कुसुम मेहदेले ने कहा कि मैं शिवपुरी जाना चाहती हूं, लेकिन यशोधरा राजे सिंधिया (उद्योग मंत्री) समय नहीं दे रहीं, इसलिए नहीं जा पाई। इस पर सीएम ने तल्ख अंदाज में कहा, वो समय देंगी, तभी जाओगे क्या? खुद ही चले जाओ। तभी स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी सफाई दी कि वे एक ही जिले में जा पाए हैं, जल्द ही बाकी जिले में जाऊंगा। इधर, बताया जा रहा है कि गृहमंत्री बाबूलाल गौर, पंचायत मंत्री गोपाल भार्गव, कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन, उद्योग मंत्री यशोधरा राजे और स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन कैबिनेट बैठक में नहीं पहुंचे।