लखनऊ। सपा विधायक रामपाल यादव की लखनऊ और सीतापुर स्थित अवैध बिल्डिंग को गुरुवार को एलडीए की टीम ने गिरा दिया। इस दौरान टीम की विधायक के गुर्गों से नोकझोंक भी हुई। इतना ही नहीं, समर्थकों ने रिवॉल्वर लहराई और एलडीए वीसी की पिटाई भी कर दी। जवाब में पुलिस ने भी लाठीचार्ज करके रामपाल सहित उनके गुर्गों को हिरासत में ले लिया।
गुरुवार को लोहिया पथ पर निर्माणाधीन अवैध मल्टीस्टोरी बिल्डिंग को गिराने के लिए एलडीए की टीम पहुंची। जैसे ही जेसीबी ने अवैध निर्माण को गिराना शुरू किया, वैसे ही रामपाल के समर्थक मौके पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया।
सरकार और प्रशासन का है षड्यंत्र
विधायक के बेटे जितेन्द्र ने बताया कि उनके पिता के खिलाफ जिला प्रशासन और सरकार के कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे हैं। जिस जमीन को प्रशासन अवैध बता रहा है वो उनकी है। उन्होंने दोस्त के साथ पार्टनरशिप में वह जमीन खरीदी थी। कागजात भी हमारे पास मौजूद है। फिर ये करवाई क्यों हुई? इसका जवाब कोई देने को तैयार नहीं है।
पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी से निकाले गए थे विधायक
बताते चलें कि, पंचायत चुनाव के दौरान सपा से रामपाल यादव को निकाल दिया गया था। इसके बाद उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में पार्टी के खिलाफ प्रत्याशी खड़े किए और जीत भी दिलाई। हालांकि, बाद में उनका निलंबन वापस ले लिया गया।