ग्वालियर। शुक्रवार से प्रारम्भ हो रही चैत्र नवरात्र के साथ नव-संवत्सर प्रारम्भ हो जाएगा। सर्वार्थ सिद्धि योग में मां विराजेंगी। इस बार चैत्र नवरात्र नौ दिन के न होकर आठ दिन के होंगे, क्योंकि इस बार तृतीया तिथि का क्षय हुआ है।
पंडित विजयभूषण वेदार्थी ने बताया कि इस बार बसन्त (चैत्र) नवरात्र शुक्रवार से सर्वार्थ सिद्धि योग में प्रारम्भ होने जा रहे हैं। शुक्रवार को प्रातः 6.02 बजे से रात्रि 11 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। इस समय अंतराल में कभी भी घटस्थापना कर सकते हैं। इस बार नवरात्र आठ दिन के होंगे, क्योंकि तृतीया तिथि का क्षय हुआ है। इसलिए मां ब्रह्मचारिणी और मां चन्द्रघण्टा की पूजा एक ही दिन शनिवार को की जाएगी। इस बार नवरात्र में 11 अप्रैल को सर्वार्थ सिद्धि, अमृत योग रहेंगे। साथ ही दुर्गाष्टमी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत योग, गुरु-पुष्य योग रहेंगे। इन सभी शुभ योगों के घटित होने की वजह से इस वर्ष चैत्र नवरात्र के दौरान मां की आराधना करने से विशेष कृपा प्राप्त होगी।
- लाभ मुहूर्त- प्रातः 7.38 बजे से 9.11 बजे तक।
- अमृत मुहूर्त- प्रातः 9.11 से 10.44 बजे तक।
- अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.30 से दोपहर 12.30 बजे तक।
- शुभ मुहूर्त- दोपहर 12.17 से 1.50 बजे तक।