
- इसलिए कर रहे बदलाव
- रेलवे बोर्ड से जुड़े अधिकारियों का तर्क है कि शताब्दी और राजधानी एक्सप्रेस में कई यात्री खाने की गुणवत्ता को लेकर खाना नहीं लेते। जबकि उन्हें भुगतान पूरा करना पड़ता है। ऐसे में ठेकेदार को फायदा हो जाता है, क्योंकि उसे तो पूरा पैसा मिलता है।
- जब कैटरिंग सर्विस की अनिवार्यता खत्म हो जाएगी तो ठेकेदार को यह फिक्र रहेगी कि अगर खाने की गुणवत्ता से समझौता किया तो यात्री खाना नहीं खाएंगे। इससे खाने की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
- ऐसे यात्री जिनका उपवास है या जो विभिन्न कारणों से बाजार का भोजन नहीं खाते, फायदा होगा।
- यात्रियों को 130 रुपए अतिरिक्त नहीं देंगे होंगे, जिससे यात्रियों की संख्या भी बढ़ जाएगी।