
आरोप लगाने वाली महिला ने बताया कि उसने उस समय भी रेलवे अधिकारियों से इस मामले की शिकायत की थी। पर सिद्धू पर कार्रवाई किए जाने की बजाय वहां से उसका ही तबादला कर दिया गया। इसके कुछ दिन बाद उसे नौकरी से भी बर्खास्त कर दिया गया।
महिला ने कहा कि वह तभी से न्याय पाने के लिये संघर्ष कर रही है और अगले चार दिनों के भीतर अगर सिद्धू के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो वह मामले को राष्ट्रपति तक ले जाएगी। संपर्क किये जाने पर पुलिस महानिदेशक सिद्धू ने इन आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच पहले ही की जा चुकी है। पहले की जांच में महिला को उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाने का दोषी पाया गया था।