
प्रशासन ने सिंहस्थ के दौरान लोक परिवहन व्यवस्था के मद्देनजर 1 हजार बसों का अधिग्रहण किया था। पहले शाही स्नाने के समय बसें चलाई गई, लेकिन उम्मीद के अनुसार सवारियां नहीं मिल पाई। अब 8 से लेकर 10 मई तक फिर बसें संचालित की जाएगी।
अफसरों का कहना है कि जिन स्कूलों से बसें ली गई थी, फिलहाल उन्हें लौटा दिया गया है। अमृत स्नान के समय 24 घंटे इंदौर में तीन स्थानों से उज्जैन के लिए बसें मिल पाएगी। तीन इमली, विजय नगर और भंवरासला से उज्जैन रुट की बसों के लिए अस्थाई बस स्टैंड बनाए गए हैं।
उज्जैन के आतंरिक रुटों पर चल रही 347 बसों की सेवा बरकरार रखी गई है। जल्दी ही बसों की संख्या और भी बढ़ाई जा सकती है। अफसरों का कहना है कि 1 मई के बाद उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ सकती है। जरुरत के अनुसार इंदौर-उज्जैन बस सेवा में बदलाव भी किया जा सकता है।