
हाई कोर्ट की नागपुर पीठ ने मंगलवार को एक याचिका पर सुनवाई के दौरान एनएमसी से पूछा, 'क्या भारत केवल हिंदुओं के लिए ही है।' पीठ ने पोद्दारेश्वर राम मंदिर ट्रस्ट के सहयोग से गुरुवार को कस्तूचंद पार्क में एड्स जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है।
जस्टिस भूषण गवई और जस्टिस स्वप्ना जोशी की खंडपीठ ने सवाल उठाया, 'कुरान, बाइबिल या अन्य धार्मिक पुस्तकों का भी पाठ क्यों नहीं होगा। क्या एड्स के संपर्क में केवल हिंदू ही आते हैं? इस खतरनाक बीमारी से निजात दिलाने का एकमात्र उपाय हनुमान चालीसा का पाठ ही है?'
यह याचिका पूर्व पार्षद जनार्दन मून ने दायर की थी। एनएमसी और कार्यक्रम समन्वयक दयाशंकर तिवारी और याचिका दायर करने वाले के बीच सहमति बनने के बाद न्यायाधीशों ने याचिका का निपटारा कर दिया।