
विदिशा के गोपाल रैकवार (22) की हत्या में असली मास्टर माइंड उसकी 19 वर्षीय गर्लफ्रेंड ही निकली। मौत के बाद लड़की ने दूसरे प्रेमी के साथ घटनास्थल पर रात सवा 12 बजे तक जश्न भी मनाया। गौरतलब है कि 29 मार्च से गोपाल लापता था उसका शव 4 अप्रैल को महलघाट के पास एक कुएं में मिला था।
विदिशा पुलिस के राजेश तिवारी ने बताया कि गोपाल रैकवार पिछले साल से लोहांगी मोहल्ला की 19 वर्षीय लड़की के संपर्क में था। दोनों के बीच अफेयर कई माह तक चला। इस बीच मीट मार्केट में रहने वाले अकरम कुरैशी के संपर्क में लड़की आई। दोनों में दोस्ती हो गई। इस वजह से अकरम और गोपाल के बीच विवाद की स्थिति बनी। अकरम जब भी लड़की से मिलता था तो उस पर रुपए खर्च करता था। इसके चलते लड़की बहुत अधिक प्रभावित थी। यही वजह रही कि लड़की ने गोपाल काे रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाई।
29 मार्च की रात में लड़की और अकरम माधवगंज स्थित एक रेस्टोरेंट पर मिले। दोनों करीब 20 मिनट तक चर्चा करते रहे। यहीं बैठकर अकरम ने अपने कर्मचारी सुरेश पाल को मोबाइल पर कॉल करके कहा कि तुम गोपाल को बुलाओ और साथ में शराब पिलाकर मेरे पास लाओ। इससे पहले सुरेश को अकरम 500 रुपए दे चुका था। सुरेश ने गोपाल को बुलाया और साथ में शराब पी। दोनों साथ में शराब पी रहे हैं कि नहीं इस बात की पुष्टि करने के लिए लड़की ने गोपाल को कॉल करके पूछा कि तुम कहां हो। जवाब में गोपाल ने कहा कि सुरेश के साथ शराब पी रहा हूं। यह सुनकर अकरम और लड़की ने गोपाल को दुकान बुलाया।
मौत का जश्न मनाया
योजना के तहत सुरेश शराब पिलाने के बाद गोपाल को मीट मार्केट स्थित अकरम की दुकान पर पहुंचे। दुकान पर ही सुरेश और अकरम ने गोपाल को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद लड़की ने कॉल करके अकरम से पूछा कि क्या हुआ। जवाब में अकरम ने कहा कि काम तमाम हो गया। इसके बाद अकरम लड़की को लेकर आया। तीनों रात 12.15 तक साथ रहे। गोपाल की मौत का तीनों ने जमकर जश्न मनाया था।