भोपाल। मप्र में घूसखोरी अपने चरम पर है। यहां आप सरकारी मशीनरी के संपर्क में आते ही घूसखोरी का शिकार हो जाते हैं। फिर चाहे वो झाबुआ का कोई गांव हो या सीएम शिवराज सिंह चौहान का गृहजिला सीहोर। ताजा मामला 'फिर भाजपा फिर शिवराज' का नारा लगाने वाले धीर गांव का है। यहां गर्भवती महिला मंजू बाई को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू होने पर परिजन उसे मंगलवार देर रात को स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। यहां दर्द से कराहती मंजू को डॉक्टरों ने उपचार देने की बजाए रात में ही भोपाल रेफर कर दिया।
108 एंबुलेंस से मंजू और उसके पति को भोपाल के लिए रवाना किया गया, लेकिन बीच रास्ते में ही एंबुलेंस चालक ने वाहन रोक दिया और भोपाल पहुंचाने के बदले 500 रुपए की रिश्वत मांगने लगा। जब महिला के पति ने रिश्वत देने से इंकार कर दिया तो ड्राइवर उन्हें वापस गांव ले गया और बीच रोड पर उतार दिया। जिसके बाद दर्द से तड़पती प्रसूता ने सड़क पर ही अपनी बच्ची को जन्म दिया।