
जिले के कुंभराज निवासी शिक्षक कालूराम अहिरवार शनिवार को अपनी ड्यूटी खत्म कर अपने ससुर छीतरलाल के साथ बाइक पर वापस घर लौट रहे थे। रास्ते में अचानक दो बाइक सवार पांच बदमाशों ने उनका रास्ता रोक लिया और फिर मारपीट करते हुए बाइक सहित कालूराम को अपने साथ ले गए।
अपहरणकर्ताओं ने कुछ देर बाद कालूराम के बड़े बेटे ब्रजेश को फोन कर पिता की रिहाई के लिए 50 लाख की फिरौती की मांग की। इसके बाद घबराए परिजनों ने तुरंत थाने में अपहरण की रिपोर्ट लिखवाई। पुलिस ने जब उस नंबर को जांचने की कोशिश की जिससे फिरौती की मांगी गई थी तो वो नंबर बंद आया। रातभर पुलिस सर्चिंग करती रही लेकिन उन्हें कोई सुराग नहीं मिला। रविवार सुबह कालूराम बदहवास हालत में अपनी बाइक से खुद ही कुंभराज थाने पहुंच गया जहां पुलिस वाले उसे देखकर हैरान रह गए।
पुलिस थाने पहुंचा शिक्षक इतना घबराया हुआ था कि कुछ शब्द बोलने के बाद वो सहम जाता था। कालूराम ने पुलिस को बताया कि अपहरणकर्ता उसे मुंह पर कपड़ा बांधकर जंगल ले गए थे। आरोपियों ने उसके कपड़े में जो 800 रुपए रखे थे वो पूरे निकाल लिए, फिर उसमें से 100 रुपए देते हुए शिक्षक से कहा कि इसका बाइक में पेट्रोल डलवा लेना। जिसके बाद मोबाइल तोड़कर अपहरणकर्ताओं ने कालूराम को रिहा कर दिया।