फर्जी बैंक खाते खोलकर 600 करोड़ रुपए का लोन उठाने का मामला सामने आया है. यह फर्जीवाड़ा जयपुर और उदयपुर में सिंडीकेट बैंक की आधा दर्जन शाखाओं में हुआ है, जिसमें बैंक कर्मचारियों के साथ ही एक दर्जन लोगों के संलिप्त होने की जानकारी सामने आई है. इस मामले में पुलिस ने जहां एक दर्जन लोगों के विरुद्ध मुकदमे दर्ज किए हैं, वहीं बैंक प्रशासन ने तीन शाखाओं के मैनेजर सहित दस लोगों को हटा दिया है.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले के तार अन्य रायों से भी जुड़े हो सकते हैं. जयपुर स्थित सिंडीकेट बैंक की मालवीय नगर और एमआइ रोड शाखा के साथ ही उदयपुर शाखा के ग्राहकों के दस्तावेज से फर्जी खाते खोले गए हैं. 600 करोड़ रुपए के लोन फर्जीवाड़े में अब तक 16 पीड़ित सामने आ चुके हैं.
मालवीय नगर पुलिस थाना अधिकारी अजय शर्मा ने बताया कि सांगानेर मालपुरा गेट निवासी मीना गुप्ता, झोटवाड़ा निवासी मनोहर लाल चौधरी सहित 16 लोगों की रिपोर्ट पर अब तक की जांच में सामने आया कि पीड़ितों के खाते उन बैंकों में हैं जिनसे जुड़ा यह मामला है. पीड़ितों द्वारा बैंक खाता खोलते समय जमा कराए गए दस्तावेजों के आधार पर फर्जी हस्ताक्षर करके दूसरे खाते खोल लिए गए.
जयपुर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) प्रफुल्ल कुमार ने बताया कि बैंक खाता खुलवाने में लगाए गए दस्तावेज, हस्ताक्षर और लेन-देन में उपयोग किए गए चेक और भुगतान किए गए बिलों की पड़ताल की जाएगी. दस्तावेजों की विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) से जांच होगी.
वहीं सिंडीकेट बैंक क्षेत्रीय कार्यालय जयपुर के उप महाप्रबंधक एसपी शर्मा ने बताया कि निगरानी कमेटी को जांच सौंप दी गई है. रिपोर्ट मिलते ही दोषी कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा दर्ज कराया जाएगा. बैंक की तीनों शाखा के मैनेजरों को हटा दिया गया है.