
विदित हो कि जीआरपी के डीएसपी से तंग होकर महिला एएसआई ने मामले की शिकायत एसआरपी से की थी। इसके बाद एसआरपी ने मामले की जांच करने एएसपी को नियुक्त किया है। जांच अधिकारी ने पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद आरोपी डीएसपी को अपना पक्ष रखने के लिए बुलावा भेजा है। यदि इस मामले में डीएसपी की गलती मिली, तो उसके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज होना तय है। जबकि जानकार बताते हैं कि डीएसपी सिंह एसआरपी कार्यालय में बयान देने से पहले महिला एएसआई से समझौता करने की कोशिशें कर रहे हैं।