मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है. रोड पर खून से लथपथ तड़पते घायल को मदद देने के बजाय पुलिसकर्मी आधा घंटा एम्बुलेंस का इंतज़ार करते रहे. घायल पुलिस वाहन से खुद को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाता रहा, लेकिन पुलिसकर्मी का दिल नहीं पसीजा.
दरअसल, घटना सैलाना रोड पर आरो आश्रम के सामने देर रात हुई. जहां रोड के पास बने चेंबर से टकराकर एक बाइक सवार मोनू दुर्घटनाग्रस्त हो गया. यह देख आसपास के लोगों ने औद्योगिक थाने से डायल100 पुलिस वाहन मदद के लिए बुलवाया, लेकिन गाड़ी में आया पुलिसकर्मी बाघसिंह मईड़ा कागजी खानापूर्ति में जुट गया और 108 एम्बुलेंस का इंतज़ार करने लगा. लोगों ने घायल को पुलिस वाहन में अस्पताल ले जाने की मिन्नतें भी कीं, लेकिन उन्होंने साफ मना कर दिया.
इसके बाद पास से गुजर रहे मीडियाकर्मी भीड़ देखकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने भी पुलिसकर्मी से डायल100 गाड़ी में घायल को अस्पताल छोड़ने की बात कही, लेकिन पुलिसकर्मी अपनी जिद पर अड़ा रहा.
भाजपा नेता पवन सोमानी और राजा कटारा की मदद से खून से लथपथ तड़पते घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. प्रत्यादर्शी राजेंद्र सिसोदिया ने बताया कि पुलिसकर्मी के इस अमानवीय चेहरे को देखकर राहगीरों की भीड़ भी बेकाबू हो गई. भीड़ ने इस गैरजिम्मेदार पुलिसकर्मी को घेर लिया, वह वहां से भागने में कामयाब रहा.