मैं स्वयं भारतीय जनता पार्टी की उसी इकाई का कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी रहा हूँ जिसके जिलाध्यक्ष के तौर पर आज मेरे भाई कुलदीप वार्ष्णेय आप एक भारतीय कन्हैया कुमार की जीभ काट रहे हो। मैंने 2010-13 तक उत्तर प्रदेश में प्रदेश सह मिडिया प्रभारी, 2013-2015 तक मोदी जी के चुनाव अभियान से पूर्व प्रदेश का सदस्यता प्रमुख रहा हूँ। छात्र जीवन में आज विवादित ABVP का 1999-2001 सक्रीय कार्यकर्ता रहा हूँ। इस दौर में कई बार आन्दोलनों में पुलिस की लाठी भी खाया...मुक़दमे भी देखे हैं।
मुझे दुःख है आपके इस गैर जिम्मेदार जीभ काटने वाले बयान से जो मुझे आपकी मानसिक गुलामी का परिचय कराती है। मुझे संदेह है आपकी देश भक्ति पर और एक युवा राष्ट्रभक्त के तौर पर क्योंकि "जहाँ हुए बलिदान मुख़र्जी ...वो काश्मीर हमारा है" का नारा लगाने वाली परंपरा से उपजे-आप कभी उन राष्ट्र द्रोहियों को पनाह देने वालों को देश निकाला देंने को क्यों नहीं चिल्लाते जो कश्मीर में न जाने कितने शुक्रवार आईएसआईएस का झंडा लहराते हैं? उन लालची निगाहों को क्यों नहीं समझ पाते जो अलगाववादियों के साथ मिलकर श्याम प्रसाद मुख़र्जी के बलिदान का मजाक उड़ाते हैं?
क्यों नहीं उस व्यवस्था को कोसते जो कभी हम लोगों को भाजपा में लाते समय यह कहा करते थे कि यहाँ आम नौजवान नेता बनता है अन्य दलों में परिवारवाद है आज यही बिरादरी अपने बेटा-बेटियों-रिश्तेदारों को नेता के रूप में जबरिया थोपते जा रहे हैं। क्यों नहीं खून खौलता जब 70 रूपए की दाल पर आंदोलन कराने वाले 200 रूपए की दाल थोप रहे हैं?
दरअसल भाई कुलदीप यहाँ आतंरिक लोकतंत्र महज संविधान में लिखी बात है अगर इनकी व्यवस्था के खिलाफ कुछ सोचा भी , अत्याचार,अनाचार पर बोला भी तो गोविंदाचार्य, संजय जोशी बना दिए जाएंगे। मुझे दुःख है आप ने भटका हुआ बयान दिया उसमें सुधार की जो गुंजाईश थी वो थी लेकिन आप एक आम नौजवान थे इसलिए झट आपको निकाल दिया गया। ये उन लोगों की फ़ौज है जो सपाई साक्षी महाराज के बेतुका बोल और देश को खंडित करने वाले बयानों को सुनकर कुछ नहीं कर पाते। ऐसे कई हैं जो कुछ बोल दें तो माफ़ है। कई तो ऐसे बोलते हैं जैसे देश में चाहते हैं हर रोज मार काट हो और उनके बयां टीवी पर आएं।
इन भूखे राष्ट्रवादियों से पूछो क्या संगीत सोम स्लॉटर हॉउस प्रकरण झूठा था ? बाबू सिंह कुशवाह को घोटालों के बाद किसने लिया ? इनसे पूछो फैज़ाबाद के दंगों में ये चुप क्यों हो गए ? इनसे पूछो क्यों हार्दिक पटेल जेल में है....अरबों का नुक्सान कराने वाले खट्टर गद्दी पर...जाट आंदोलन से हुए नुक्सान की भरपाई जनता के टैक्स के पैसों से क्यों ? इनसे पूछो जिन सवर्णों को गुमराह करके ये खड़े हुए आज उनके गरीब परिवारों के लिए इनके पास कौन सा एजेंडा है ? इनसे पूछो पिछले दो सालों में इनके सांसदों की संपत्ति कितनी बढ़ी है ? इनसे पूछो क्या इन्होंने जिला पंचायत, ब्लाक प्रमुख चुनाव सपा के साथ मिलकर नहीं लडे? इनसे पूछो एमएलसी चुनाव में इन्होंने जिनको टिकट दिए वो कितने पैसे में बेचे कि रातो रात सपा ने कई को खरीद लिया ? इनसे पूछो इनके पास यू पी में कौन सा नेता है जो आगे रहकर अकेले विधानसभा लड़ा ले।
भाई कुलदीप यह आस्था, विश्वास और सम्मोहन से बाहर आने का वक्त है! यह भारत माता की सेवा करने का असल समय है...उन्माद से बाहर आकर...भावना से निबटकर....इनके द्वारा प्रत्यारोपित मानसिक ग़ुलामी की बेड़ी तोड़कर...असल राष्ट्रभक्ति जगाकर आगे बढिए...नेता को सिम्बल की दरकार नहीं होती और उसे अपनी आत्मा को दबाकर राजनीति नहीं करनी चाहिये। इनके पास नौजवान नेता का मतलब किसी नेता का बेटा-बेटी ही है, आप तो दरी बिछाने के लिए लाये गए हैं। इनसे अपेक्षा न रखिये ...इनके विर्रुद्ध बोलना मतलब राष्ट्रद्रोह....! इनसे यह भी अपेक्षा न रखिये कि ये धर्म-जाति से अलग कुछ कर सकते हैं।
कन्हैया का अपराध क्या है भारत की अदालत तय करने में सक्षम है...हमारा संविधान किसी की जबान काटने की इज़ाज़त नहीं देता...! कुलदीप आप जैसे कई कुलदीप और मुझ जैसे कई आनंद इस पार्टी में हैं उनको मनन करना होगा कि वास्तव में वो जो कर रहे हैं वह उन्हें,देश व् उनके समाज को कहाँ ले जाएगा। बहुत चला लिया भीड़ में घुसकर पत्थर अब हौसला करो और समझो कि दंगाई कौन ? और ऐसे भावुक अभियान कैसे ? माँ भारती को हम सबकी जरुरत है...असली राष्ट्रवाद और नकली राष्ट्रवाद का भेद समझना-समझाना होगा। सत्य जानने और देश भर में बताने के लिए।
अभिवादन। वंदे मातरम्।
आपका
आनंद शाही
संयोजक
राष्ट्रवादी जागरण एवं
जातीय आरक्षण हटाओ महाक्रांति
www.rashtravad.in
@anandshahibjp
याची: फैज़ाबाद दंगों की सी बी आई जांच हेतु याचिका व् देश के सरकारी स्कूलों को इंग्लिश मीडियम बनाने की याचिका।
संपर्क : +91-98389-6666-1