अब तक इंसान घर, कपड़े और अपनी जरूरत की वस्तुएं ही अपने हिसाब से डिजाइन कर पाते हैं, लेकिन विज्ञान के बढ़ते कदमों के साथ आने वाले कुछ सालों में अब इंसान अपने बच्चे भी अपनी पसंद के अनुसार डिजाइन कर सकेंगे. सबसे खास बात यह है कि इसके लिए लिए उन्हें सेक्स करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी.
कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ग्रीनली ने अपनी किताब 'द एंड ऑफ सेक्स एंड द फ्यूचर ऑफ रीप्रोडक्शन' में इस बात का विस्तार से जिक्र किया है.
प्रोफेसर ग्रीनली ने अपनी किताब में लिखा है कि अगले कुछ दशक बाद जब किसी जोड़े को बच्चे की जरूरत होगी, तब पुरुष के वीर्य और महिला की त्वचा का सैंपल लिया जाएगा. त्वचा के सैंपल की मदद से स्टैम सेल बनाई जाएंगी और उन्हें फिर वीर्य के साथ मिलाकर निशेचित (फर्टिलाइज) कर दिया जाएगा. इसके चलते आपके पास भ्रूण के कई सैंपल होंगे और जांच के बाद आप अपनी इच्छा अनुसार जिसे चाहें अपना सकेंगे और अपनी पसंद का बच्चा डिजाइन कर सकेंगे.
यही नहीं, इतनी जांच के बाद कई बातों का भी पहले ही पता चल सकेगा, जैसे दोनों के सैंपल स्वस्थ हैं या नहीं, किसी विशेष रोग से पीड़ित हैं या नहीं. प्रोफेसर ग्रीनली ने बताया कि अभी तक इस बात पर थोड़ा संशय है कि बच्चे का बौद्धिक स्तर पहले से पता लगाया जा सके, लेकिन वह मानते हैं कि जल्द ही इस दिशा में भी विकास कर लिया जाएगा.
