
जानकारी के मुताबिक, संजय गांधी ताप विद्युत गृह के सुरक्षा विभाग मंगलवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए निकला था. इस दौरान पहले तो उन्होंने लोगों को चेतावनी दी थी कि वो अपना अतिक्रमण हटा लें लेकिन जब किसी ने अतिक्रमण नहीं हटाया तो प्रबंधन ने झोपड़ियों में आग लगाना शुरू कर दिया.
पीड़ितों की मानें तो प्रबंधन की इस कार्रवाई के दौरान सुरक्षा विभाग के रवैये को देखते हुए उनके पास अपनी आंखों के सामने घर जलते देखने के अलावा और कोई रास्ता नहीं था. आग लगाने से झोपड़ियां खोने के साथ ही उनमें रह रहे लोगों का काफी नुकसान भी हुआ है, क्योंकि इन झोपड़ियों को खाली नहीं किया गया था. घटना की शिकायत पीड़ितों ने पुलिस से की है, जिस पर मंगठार चौकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.