
इसके बाद से कन्हैया का विरोध हो रहा है। खासतौर पर सिखों में नाराजगी है। उनका कहना है कि सिखों के कत्लेआम के लिए कांग्रेस व उसके नेता जिम्मेदार हैं। उन्हें बचाने के लिए कन्हैया जो कि खुद देशद्रोह का आरोपी है गलत बयानबाजी कर रहा है। यह सिखों के जख्म पर नमक छिड़कने जैसा है।
वहीं भाजपा सांसद किरण खेर ने ट्वीट कर कन्हैया से पूछा है कि क्या आपका जमीर मर गया है? किरण के मुताबिक, कन्हैया के माता-पिता गरीबी में जी रहे हैं। वह 28 साल का हो गया है और पीएचडी करने के नाम पर जेएनयू में जमा बैठा है। उसे पहले नौकरी कर अपने माता-पिता की स्थिति सुधारना चाहिए। राजनीति तो बाद में भी कर सकता है।