
दरअसल, मुलताई के पास स्थित गांव सावंगी में 11 मार्च को बिजली विभाग ने अचानक पावर सप्लाई बंद कर दी और विभाग ट्रांसफार्मर निकालकर ले गया. विभाग की मानें तो इस ट्रांसफार्मर से 70 उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई की जाती है, जिन पर करीब दो लाख चालीस हजार रुपए बकाया हैं.
राशि जमा नहीं करने की स्थिति में विभाग ने कड़ा कदम उठाते हुए ट्रांसफार्मर निकाल लिया. लेकिन विभाग के इस कदम से छात्रों के साथ ही ग्रामीणों में खासा आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि इन दिनों स्कूल में बच्चों की परीक्षाएं चल रही है. बिजली काटे जाने के कारण उनके बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. साथ ही बिजली न होने से उन्हें पानी तक नहीं मिल पा रहा है.
इसी का विरोध करते हुए छात्रों ने मंगलवार को सावंगी-प्रभात पट्टन मार्ग पर चक्काजाम कर दिया, जिसमें बाकी ग्रामीणों ने भी उनका साथ दिया. वहीं जब इस मामले की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों और बिजली कंपनी के अधिकारियों को लगी तो वो तुरंत मौके पर पहुंचे.
जहां उन्होंने सभी को समझाइश देकर मार्ग खुलवाने की कोशिश की. लेकिन जब छात्र बिजली दोबारा शुरू करने की अपनी मांग पर डटे रहे तो बिजली विभाग के अधिकारियों को झुकना पड़ा और उन्होंने बकाया राशि का दस फीसदी जमा करने पर ट्रांसफार्मर वापस रखने की बात कही, जिस पर ग्रामीण भी रजामंद होते नजर आए.