
न ही कहीं खरीदी केन्द्र के बोर्ड नजर आए है। किसानों केन्द्रों को ढूंढ रहे है परंतु किसानों को खरीदी केन्द्र नजर नहीं आ रहे है। जबकि खरीदी प्रारंभ होने को दो दिन बीत चुके है। जहां पूर्व केन्द्र थे अगर वहीं नजर डाली जाएं तो किसानों के लिए पीने का पानी, छलना, तौल कांटे और छावं की भी कोई व्यवस्था मौजूद नहीं है, वहां केवल खाली प्लाट ही पड़े है। पिपरई रोड़ स्थित खरीदी केन्द्र पर सफाई होती नजर आई। इस संबंध में आपूर्ति अधिकारी एमएस राठौर से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि व्यवस्थाएं कराई जा रही है।