भोपाल। प्रदेश में पेयजल संकट पर कांग्रेस ने मंगलवार को विधानसभा में चर्चा का प्रस्ताव रखा, जिसे सरकार ने बिना आश्वासन टाल दिया। कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में कांग्रेस के मुख्य सचेतक रामनिवास रावत ने ये मुद्दा उठाया, पर सत्तापक्ष ने चर्चा से ये कहते हुए इंकार कर दिया कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री कुसुम मेहदेले के घर गमी हुई है। ऐसे में वे सदन में आकर जवाब नहीं दे सकती हैं। वैसे भी ध्यानाकर्षण और प्रश्नों के माध्यम से कई बार सदन में इस विषय पर चर्चा हो चुकी है।
कांग्रेस विधायकों ने तर्क दिया कि प्रदेश का ऐसा कोई जिला नहीं है, जहां पेयजल का संकट न हो। कई जगह जलस्तर इतना गिर गया है कि कुंए सूख गए हैं। पानी को लेकर झगड़े होने लगे हैं। दो दर्जन से ज्यादा नगरीय निकायों में पानी की राशनिंग हो रही है। तीन दिन छोड़कर पानी की आपूर्ति हो रही है। कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने बताया कि सरकार पेयजल आपूर्ति का दावा कर रही है पर जमीनी हकीकत अलग है।
सरकार को इसके बारे में बताने और समस्या का समाधान खोजने के लिए हम सदन में चर्चा चाहते थे, पर सत्तापक्ष ने सकारात्मक रुख नहीं दिखाया। वहीं संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सदन में पेयजल के लिए ध्यानाकर्षण सहित अन्य माध्यमों से चर्चा हो चुकी है।