
पेंटरों की ये टीमें किसी मस्जिद की दीवार पर होली का रंग गिरने की सूरत में तत्काल वहां सफेदी कर देंगे। बरेली शहर में हिंदू और मुस्लिम समुदाय की आबादी का अनुपात 50:50 है। बरेली नगर निगम और नगर पंचायत ने इस काम के लिए कई पेंटरों को नियुक्त किया है।
ये सभी होली वाले दिन अलग-अलग मस्जिदों के पास तैनात रहेंगे। इसके अलावा प्रशासन ने आदेश दिया है कि होली के दौरान किसी भी तरह के डीजे संगीत की भी अनुमति नहीं दी जाएगी।
एक मुस्लिम नेता ने बताया कि अकेले बरेली शहर में ही करीब 300 मस्जिद हैं। पूरे जिले में मस्जिदों की संख्या 1,000 के लगभग है। प्रशासन के इस फैसले पर खुशी जताते हुए मुस्लिम नेता ने कहा कि इस तरह सांप्रदायिक तनाव की हिंसा की स्थिति को रोकने की कोशिश करना प्रशंसनीय कदम है।
इसके साथ ही अखाड़ों द्वारा इस दिन अपना शक्ति प्रदर्शन करने के लिए लाठियों और तलवारों सहित सभी तरह के हथियारों का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंध होगा। इसके अलावा पूरे जिले में ऐसी जगहों को चिह्नित करने को कहा गया है, जहां पहले त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक तनाव की घटनाएं हो चुकी हैं।