कौशल विकास केन्द्र के कर्मचारियों ने सीएम के नाम दिया ज्ञापन

खण्डवा दौरे पर आये मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष एंव राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त श्री रमेशचंद शर्मा जी से कौशल विकाश प्रशिक्षक संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री अबरार करैशी द्वारा विस्त्रत चर्चा की गई। जिसमे कौशल विकाश केन्द्र के कर्मचारीयों की वेतन, स्थानांतरण एंव अन्य समस्याओं से अवगत कराया गया एंव माननीय मुख्यमंत्री महोदय के नाम पर ज्ञापन दिया गया। जिस पर श्री शर्मा जी द्वारा आश्वासन दिया गया कि वे इस मुददे पर जल्द ही मुख्यमंत्री महोदय से चर्चा करेगें।

1. वेतनवृद्धि -
कौषल विकास केन्द्रों के अधिकांष संविदा कर्मचारियों को लगभग 4 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी आज दिनांक तक किसी भी कर्मचारी की वेतनवृद्धि नही की गई। जबकि शासन द्वारा संचालित किये जा रहे अन्य विभागों मे कार्यरत संविदा कर्मचारियों का प्रतिवर्ष वेतनवृद्धि की जा रही है।

2. प्रशिक्षक पद की वेतन में विसंगतियाॅं- 
प्रषिक्षक कौषल विकास केन्द्र का आधार स्तम्भ है। जिनको 7200 रु प्रतिमाह मानदेय दिया जा रहा है। प्रषिक्षक पद की भर्ती के लिए शैक्षेणिक योग्यता इंजीनियरिंग बीई.डिग्री/डिप्लोमा रखी गई, और एमपीआॅनलाईन के माध्यम से संविदा आधार पर चयन किया गया। वहीं समानकार्य करते हुए आईटीआई में कार्यरत प्रषिक्षण अधिकारियांे का वेतन 9300-34800$ ग्रेड पे 3600 एवं मेहमान प्रवक्ता को 5 घंटे के 10000 रु दिये जा रहे है। केन्द्र मे ही कार्यरत सिक्युरिटी गार्ड का वेतन लगभग 9000 से 10000 रु प्रतिमाह दिया जा रहा है जिनकी योग्यता 5वीं, 8वीं पास है। प्रषिक्षकों की इस दैयनीय स्थिति को देखते हुए 9300-34800$ ग्रेड पे 3600 या अतिषीघ्र 25000/रु.प्रतिमाह मानदेय दिया जाये।
        
3. स्थानांतरण नीति एवं अन्य सुविधाएं-
कौषल विकाष केन्द्रों के अधिकांष कर्मचारी अपने घर से 600-700 किमी. दूर से अपनी सेवाएॅ दे रहे है जिसमें अधिकांषतः वे महिलाएंे एंव पुरुष कर्मचारी है जो विवाहित या जिन पर उनके परिवार आश्रित है। ऐसी स्थिति में पूर्ण रुप से कार्यस्थल पर सेवा करने मे वाधा उत्पन्न होती है। घर से निकट के कौषल विकास केन्द्र मे स्थानांतरण पाकर कर्मचारी अपनी सेवाऐं बेहतर तरीके से दे पायेगें। शासन द्वारा ही अन्य विभागो के संविदा कर्मचारियों की स्थानांतरण नीति लागु की गई है। एंव समस-समय पर मेंहगाई भत्ता, मेडीकल, एवं महिला कर्मचारियांे को प्रसूति अवकाष प्रदान किये जायें, एवं विभाग द्वारा कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य की नीति सुनिष्चित की जाये।

4. प्राथमिकता -
तकनीकि षिक्षा एंव कौषल विकाष विभाग द्वारा भविष्य में आईटीआई. में निकाले जा रहे नियमित पदों की भर्ती में कौषल विकाष केन्द्र के संविदा कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाना सुनिष्चित की जाये। विभाग द्वारा खोले जा रहे प्रदेष में 102 कौषल विकास केन्द्रों के नवीन पदों एवं वर्तमान में संचालित कौषल विकास केन्द्रों के रिक्त पदों पर पहले कर्मचारियों स्थानांतरण लिया जायें। उसके उपरान्त नवीन एवं रिक्त पदों की भर्ती की जाये।     
If you have any question, do a Google search

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!