कहते हैं कि इंसान अकेले आता है और अकेले ही जाता है। लेकिन कभी-कभी कुछ ऐसी भी घटनाएं होती हैं जो इंसान की मृत्यु के बाद भी उसे ‘जिंदा’ रखती हैं। ना वो भूत-प्रेत हैं और न ही सरकारी रिकार्ड की गलती। वो हैं ऐसी कहानियां, जिनके मौत के राज उन्हीं के साथ दफन हो जाते हैं।
25 जनवरी 2006 को बकाया किराया लेने पहुंचे लंदन के अधिकारियों को किराए की जगह एक खौफनाक चीज मिली। भीतर सोफे पर 38 वर्षीय महिला की लाश पिछले 3 साल से पड़ी थी। घर का टीवी चल रहा था और क्रिसमस के गिफ्ट्स खुले पड़े थे। किचन में बर्तन धोने के लिए रखे थे।
ये लाश थी जॉयस करोल विंसेंट की। तोहफों से मालूम चला कि लाश 2003 की है लेकिन मृत शरीर के सड़ने और बदबू के बावजूद किसी ने भी घर तलाशने की जहमत नहीं की।
लाश के पूरी तरह सड़ जाने के बाद तस्वीरों से मृत महिला की शिनाख्त जॉयस करोल विंसेंट नाम से हुई। माना गया कि मौत सामान्य थी। जॉयस 80 और 90 के दशक में पॉप म्यूजिक की वजह से काफी लोगों के करीब थी। मगर ताज्जुब वाली बात यह है कि 3 साल से उससे मिलने कोई नहीं आया।