नई दिल्ली। राइट टू इन्फॉर्मेशन एक्ट के तहत पीएम ऑफिस से तरह-तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं। मोदी के पीएम बनने के बाद अजीबो-गरीब सवालों की तादाद बढ़ गई है। पीएमओ ऐसे सवालों का बाकायदा जवाब भी दे रहा है।
मोदी ने पीएम बनने के बाद एक भी दिन छुट्टी नहीं ली है। पिछले दिनों एक आरटीआई अर्जी के जवाब में पीएमओ ने कहा है, "ही इज ऑन ड्यूटी ऑल द टाइम।"
मोदी अपने रेजीडेंस 7 रेसकोर्स पर किचन का बिल खुद ही देते हैं, क्योंकि वे इसे पर्सनल खर्च मानते हैं।
मोदी को अपने कुक बद्री मीणा की बनाई बाजरा रोटी और खिचड़ी पसंद है। वे अक्सर गुजराती खाना ही खाते हैं।
हाल ही में RTI के जरिए और क्या मिले जवाब?
इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकास्टिंग मिनिस्ट्री टेली-प्रॉम्पिटंग में मोदी की मदद करता है। बता दें कि मोदी कुछ मौकों पर इसी के जरिए स्पीच देते हैं।
मोदी ने पीएम बनने के बाद से कोई रोजा-इफ्तार पार्टी अटेंड नहीं किया है।
मोदी की पोस्ट प्राइम मिनिस्टर ऑफ इंडिया से बदलकर प्राइम सर्वेंट ऑफ इंडिया करने का कोई प्रपोजल नहीं है।
पीएमओ या मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा कभी अपने स्टाफ के साथ पिकनिक पर नहीं गए।
पीएमओ में किसी के खिलाफ विजिलेंस का केस नहीं है।
पीएमओ में कुल 400 लोगों का स्टाफ रखा जा सकता है। अगस्त 2015 तक वहां 309 लोग काम करते थे।
मोदी ने ऑफिस से कोई स्मार्टफोन नहीं लिया है। हालांकि, वे आईफोन यूज करते हैं। यह उनका पर्सनल फोन है।
मोदी के 7 रेसकोर्स पर मौजूद रेजीडेंस पर इंटरनेट की स्पीड 34Mbps है।
आरटीआई अर्जी के जवाब में बताया गया कि @PMOIndia नाम से बने हैंडल को प्रधानमंत्री का ऑफिस मैनेज करता है, लेकिन @narendramodi नाम से बने अकाउंट को खुद मोदी मैनेज करते हैं।
पीएमओ ने किन सवालों के नहीं दिए जवाब?
जैपनीज, हिब्रू, मैंडरिन, रशियन और कोरियन लैंग्वेज में मोदी के ट्वीट कौन करता है?
मोदी का आम तौर पर डेली शेड्यूल क्या होता है?
मोदी को ग्रैजुएशन में कितने पर्सेंट मार्क्स मिले थे?
अगर मोदी कॉन्स्टिट्यूशन के खिलाफ जा रहे हों, तो उन्हें रोकने के लिए कौन सलाह देता है?