जालंधर। दो साल पहले एक समारोह के दौरान फायरिंग करने के कारण निलंबित चल रहे आईपीएस अधिकारी नरेंद्र सिंह की शुक्रवार देर रात जालंधर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. ओलंपिक खेलों में (जूडो) देश का दो बार प्रतिनिधित्व कर चुके सिंह अपने निलंबन के कारण डिप्रेशन के शिकार हो गए थे और बताया जाता है कि उन्होंने खुदकुशी की है.
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार रात पंजाब आर्म्ड पुलिस कैंपस (पीएपी) में नरेंद्र सिंह अपने आवास पर अचेत अवस्था में पाए गए. परिजन उन्हें आनन-फानन में कैंपस स्थित अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिवार के लोगों का कहना है कि अवसादग्रस्त नरेंद्र सिंह ने खुदकुशी की है.
दिल्ली के समारोह में चलाई थी गोली
गौरतलब है कि दो साल पहले दिल्ली में एक समारोह के दौरान उन्होंने ओपन फायर किया था, जिसके बाद उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया. मामले में उनका निलंबन कर दिया गया. वह दो साल से निलंबित थे. जबकि इससे पहले वह अमृतसर में 5वीं भारतीय रिजर्व बटालियन में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात थे.
अर्जुन अवॉर्ड प्राप्त आईपीएस अधिकारी ने 1992 में बार्सिलोना और 1996 अटलांटा गेम्स में जूडो खेल में देश का प्रतिनिधित्व किया था. पंजाब आर्म्ड पुलिस के एडीजीपी संजीव कालरा ने सिंह की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ही मौत के कारणों का खुलासा होगा. नरेंद्र सिंह के भाई सुरेंद्र सिंह पीएपी स्कूल में शिक्षक हैं.