
सीएमओ सविता प्रधान की तरफ से जारी संदेश में बताया गया कि मंडला में भारतीय जनशक्ति पार्टी के नेता रहे अनिल जैन नामक शख्स ने व्यक्तिगत द्वेष के कारण ये आरोप लगाए हैं. क्योंकि जब वे मंडला में पदस्थ थीं, तब उन्होंने अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई चलाई थी. जिसका भारतीय जनशक्ति पार्टी के नेता अनिल जैन ने कड़ा विरोध किया था और सीएमओ के चेंबर में घुसकर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाई थी. उस दौरान तत्कालीन सीएमओ सविता प्रधान ने अनिल जैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी, जिसके चलते शिकायतकर्ता को जेल जाना पड़ा था.
सिर्फ तत्कालीन सीएमओ को किया टारगेट
मंडला नगर पालिका में तत्कालीन सीएमओ सविता प्रधान के कार्यकाल में प्रशासन की एक कमेटी ने दुकानों का आवंटन किया था. जिसमें एसडीएम, एडीएम समेत तमाम अधिकारी शामिल थे. जिसमें गड़बड़ियों को लेकर अनिल जैन ने ईओडब्ल्यू में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन व्यक्तिगत रंजिश के चलते सविता प्रधान को टारगेट बनाया गया.