सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्र स्थित परसवाडा थाने में पदस्थ योगेश्वरी सूर्यवंशी उम्र 28 वर्ष की जलने से उपचार के दौरान नागपूर में मृत्यु हो गई। जबकि उसके प्रेमी आरक्षक का नागपुर में उपचार चल रहा है।
बिठली ग्राम निवासी योगेश्वरी सूर्यवंशी परसवाडा थाना में महिला आरक्षक के पद में पदस्थ थी उसका प्रेम प्रंसग बिठली चैकी में पदस्थ आरक्षक शीतल से चल रहा था दोनो आपस में मिलते रहते थे। महिला आरक्षक के परिजनों द्वारा उसकी शादी के सिलसिले में अन्य जगह बात चीत चलाई जा रही थी इसकी जानकारी प्रेमी आरक्षक शीतल को मिल चुकि थी।
इसी बीच शीतल गत 24 जनवरी को शाम योगेश्वरी से मिलने परसवाडा गया था योगेश्वरी परसवाडा थाना परिसर में स्थित शासकीय आवास में निवासरत थी। लगभग शाम 7 बजे दोनो के बीच विवाद हुआ कुछ देर पश्चात दोनो संदिग्ध स्थिति में जलने पाये जाने की सूचना पुलिस को लगी चूकि मामला पुलिस विभाग से जुडा हुआ था और इस हादसे की खबर किसी को ना लगे दोनों आरक्षकों को इलाज के लिये नागपूर ले जाया गया और वहां भर्ती कराया गया। योगेश्वरी 80 प्रतिशत जल चुकि थी जिसकी उपचार के दौरान 3 फरवरी को मौत हो गई।
बिठली स्थित महिला आरक्षक के परिजनों द्वारा बताया गया है कि 40 प्रतिशत जले आरक्षक शीतल का इलाज भी उसी अस्पताल में चल रहा है। महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि दोनों की संदिग्ध स्थिति में पुलिस आवास में जले पाये जाने के बाजवूद पुलिस ने किसी तरह का मामला नही बनाया।
परसवाडा थाना प्रभारी नानूराम वर्मा के अनुसार उन्हें भी महिला आरक्षक की मौत हो जाने की सूचना मिली है। जब उनसे पूछा गया की दोनो के जलने के बाद किसी तरह का मामला पुलिस में दर्ज हुआ है या नही तो उन्होने कहा की तत्काल इलाज के लिये दोनो को नागपुर भेजा गया है और आगे की जांच चल रही है।