
मुख्यमंत्री चौहान ने यह निर्देश मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान कुछ मंत्रियों जयंत मलैया, गौरीशंकर बिसेन, गोपाल भार्गव और राजेंद्र शुक्ला द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने पर दिए। मंत्रियों ने सूखे की आहट पर भी चिंता जताई और इसको लेकर जल्द ही कोई कार्ययोजना तैयार करने का सुझाव दिया।