
इसके साथ ही जिला और ब्लॉक अध्यक्षों के परफार्मेंस की सूची भी बनायी जा रही है. पार्टी ने सुस्त और निष्क्रिय जिला और ब्लॉक अध्यक्षों की छुट्टी करने का मन बना लिया है. दरअसल, रतलाम लोकसभा उपचुनाव में मिली जीत और फिर नगरीय निकाय चुनावों में शानदार प्रदर्शन से कांग्रेस को मैहर चुनाव से खासी उम्मीेदें थीं. माना जा रहा था कि मैहर फतह कर कांग्रेस प्रदेश में जोरदार वापसी कर सकती है. मैहर का परिणाम उम्मीदों के विपरीत आने के बाद पार्टी के भीतर कुछ लोगों पर गाज गिरना तय माना जा रहा है.