
पुलिस उप महानिदेशक हुमायूं कबीर ने बताया कि पांच से छह हमलावरों ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि इस हमले के पीछे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमातुल मुजाहेदीन बंगलादेश (जेएमबी) का हाथ होने की आशंका है। हालांकि, किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। उन्होंने कहा कि पुजारी की हत्या के पीछे देश में अस्थिरता पैदा करना है।
गौरतलब है कि सुन्नी बहुल बांग्लादेश में हाल के महीनों में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर सुनियोजित हमले हुए हैं। इसमें दो विदेशियों सहित नौ लोगों की मौत हुई और करीब 100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। सितंबर में ढाका में अज्ञात हमलावरों ने इतालवी सहायक कर्मी सीजर तावेला की हत्या कर दी थी और पांच दिन बाद जापानी किसान कुनीयो होशी की हत्या कर दी गई थी। आईएस ने इन दोनों हत्यायों की जिम्मेदारी ली थी।