
13 साल से जेल में बंद
पुलिस ने बताया कि लूट के मामले में आरोपी मदन चव्हाण ने न्यायाधीश की तरफ जूता फेंका लेकिन वह उनको नहीं लगा. उन्होंने बताया कि चव्हाण 2003 में गिरफ्तारी के बाद आर्थर रोड जेल में बंद है. यह घटना तब हुई जब उसे सत्र अदालत के न्यायाधीश एस वी पाटिल के समक्ष पेश किया गया.
मुकदमे में देरी से परेशान
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि चव्हाण मुकदमे में देरी को लेकर काफी परेशान था, जिस कारण उसने ये कदम उठाया. जैसे ही उसने जज की ओर जूता फेंका तुरंत पुलिस ने उसे पकड़ लिया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
कोलाबा थाने के एक अधिकारी ने बताया कि चव्हाण को इस घटना के मामले में फिर गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 353 (लोकसेवक पर हमला) सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.