
सुबह 11 बजे जनसुनवाई शुरू हुई। दोपहर 12.30 बजे सभागृह में 150 से अधिक लोग खड़े थे। डेस्क के बीच और इसके दोनों ओर लोग कलेक्टर को समस्या सुनाने के लिए खड़े हो गए। सुनवाई करने बैठीं अकेली कलेक्टर भीड़ को संभाल नहीं पाईं। व्यवस्था गड़बड़ाई तो वे सुनवाई छोड़ कुर्सी से खड़ी हो गईं। उन्होंने तुरंत आबकारी अधिकारी राजेंद्र शर्मा और श्रम अधिकारी जी. स्वामी को बुलाया। इसके बाद भी लोग शांत नहीं हुए तो कलेक्टर खड़े होकर टेबल ठोंकने लगीं। समस्या बता रहे लोगों पर बिफर पड़ीं। कलेक्टर के गार्ड सहित आबकारी और श्रम अधिकारी ने लोगाें को शांत कराया।