यूपी। बुलंदशहर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को अरनियां में हुई डकैती की दो वारदातों का खुलासा किया है. जहां डकैतों ने एसएसपी के सामने कबूल किया कि अरनिया के पूर्व थानेदार के लिए डकैतों का सरगना मुखबिरी करता था. और थानेदार को महीना भी देता था.बीते 4 फरवरी को अरनियां इलाके में हुई डकैती के बाद एसएसपी ने थानेदार राजवीर चौहान को लाइन हाजिर कर दिया था.
बुलंदशहर के अरनियां इलाके में पुलिस के माथे पर कलंक लगा है. कलंक लगाने वाला कोई और नही खुद यूपी पुलिस का एक दारोगा राजवीर चौहान है जो 4 दिन पहले तक अरनियां का थानेदार था. कई डकैतियों और हत्याओं के बाद परेशान अवाम ने एसएसपी पीयूष श्रीवास्तव के सामने थानेदार राजवीर चौहान के काले चिठ्ठे खोले तो एसएसपी ने उसे लाइन हाजिर कर दिया.
दो डकैती की वारदातों के खुलासा जब हुआ तो पुलिस अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गयी. डकैतों ने खुलासा किया कि थानेदार राजवीर चौहान से उनके अच्छे खासे ताल्लुकात थे.पकड़े गये डकैत साबू उर्फ पीर मुहम्मद ने बताया कि राकेश बकरा थानेदार के साथ मिलना जुलना था. उनसे बहुत अच्छे संबध थे और गैंग के सभी बदमाश थाने आते-जाते थे.
थानेदार राजवीर चौहान करीब 2 साल से अरनियां थाने में तैनात था. थानेदार ने अपनी सरपरस्ती में डकैतों के सरगना राकेश बकरा को प्रधानी का चुनाव भी लड़वाया था. क्राइम ब्रांच ने इलाके में हुई डकैतियों की दो वारदातों का खुलासा करते हुए असलाह और डकैती का माल बरामद किया है.