
जहां अंतरराष्ट्रीय कमेंटेटेर दामोदर प्रसाद आर्य ने कहा कि भोपाल को अब स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है, लेकिन बाबूलाल गौर इस शहर को पहले ही ग्रीन सिटी बना चुके हैं. कमेंटेटर की इसी बात का जवाब देते हुए मंत्री गौर ने अपने संबोधन में कहा कि, 'दाने नहीं खाने को और चले स्मार्ट सिटी...' हालांकि, उन्होंने आखिरी शब्द 'बनाने को' नहीं बोले.
विवादों से पुराना नाता
इससे पहले गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा था कि, घर में शराब रखना कोई गलत बात नहीं है. महंगी शराब रखना बड़े लोगों का स्टेटस सिंबल होता है. दरसअल, सरकार ने प्रदेश में शराब की नई दुकान नहीं खोलने का फैसला लिया है, लेकिन राजस्व बढ़ाने का नया तरीका निकाला है. जिसके तहत यदि किसी व्यक्ति की सालाना आय 10 लाख रुपए से ज्यादा है, तो वह सौ बोतल शराब का स्टॉक अपने पास रख सकता है. इसके लिए उसको 10 हजार रुपए खर्च कर लाइसेंस लेना होगा. गृहमंत्री बाबूलाल गौर से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने मजाकिया लहजे में जबाव देते हुए कहा कि, घरों में शराब रखना कोई बुरी बात नहीं है. बड़े लोगों के घरों में तो बार रूम तक होता है. उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि तुम इसकी चिंता छोड़ो दो.