बेंगलुरू/नई दिल्ली। एक कार द्वारा एक महिला को कुचलने के बाद ‘‘गलत पहचान’’ के मामले में भीड़ ने एक अफ़्रीकी छात्रा की पिटाई की और उसके कपड़े फाड़ दिये. इसके तुरंत बाद पूर्वी एशियाई देश के अधिकारियों ने यह मामला भारत सरकार के सामने उठाया. इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘‘हम शर्मनाक घटना से बहुत दुखी हैं’’ और उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से बात करके उनसे दोषियों को कड़ी सजा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया.
इसलिए गुस्साई थी भीड़
हेसारघट्टा रोड पर शनिवार रात एक सुडानीज की कार से 35 साल की महिला को टक्कर लग गई थी. मौके पर ही महिला की मौत हो गई थी. तंजानिया की स्टूडेंट हादसे के आधे घंटे बाद उस जगह पहुंची थी. आरोप के मुताबिक स्थानीय लोगों ने उसे ही कार से बाहर खींच लिया पीटना शुरू कर दिया. पीड़ित ने आरोप लगाया है कि उसके कपड़े उतार लिए गए और उसी हालत में उससे परेड करवाई गई.
पीड़ित ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया है कि जब वह मारपीट से भागकर एक बस में चढ़ने की कोशिश कर रही थी तो कुछ लोगों ने उसे बस से बाहर धक्का दे दिया. इस वजह से भीड़ को उसपर दोबारा हमला करने का मौका मिल गया. अफ्रीकन स्टूडेंट्स यूनियन, बेंगलुरु के कानूनी सलाहकार बॉस्को कावीसी ने कहा कि पीड़ित के साथ बहुत ही बुरा बर्ताव किया गया. इसके पहले स्थानीय लोगों ने अफ्रीकन लोगों की दो कार में आग लगा दी थी. दोनों कार मालिक भी उसी हेसरघट्टा रोड पर ही गणपतिनगर में रहकर पढ़ाई करते हैं.