
उन्होंने बताया कि डोमनमउ गांव का रहने वाला आरोपी पीड़ित नाबालिग मूकबधिर 14 साल की लड़की का सौतेला पिता है। एक वर्ष पहले उसके द्वारा दुराचार किए जाने से पीडित बच्ची गर्भवती होकर एक बालिका की मां बन गई। अब इस मूकबधिर पीड़िता की दो माह की लड़की है। उन्होंने बताया कि आज हरदा थाने में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस दल आरोपी की तलाश में रवाना किया गया है। पीड़िता अभी अपनी मासूम बच्ची के साथ अपनी नानी के घर हरदा जिले के ही सिराली गांव में रह रही है।
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़िता की नानी ने नवजात को किसी अन्य को गोद देने के लिए चाइल्ड लाइन से संपर्क किया। चूंकि बात किसी नवजात को गोद देने की प्रक्रिया की थी इसलिए मामला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) पहुंचा। कमेटी के सदस्यों ने नवजात बच्ची के पिता के बारे में जानना चाहा तो बेजुबान पीड़िता ने कुछ ऐसे इशारे किए कि मामला संदेहास्पद लगा। चूंकि पीडि़ता बोल नहीं सकती थी इसलिए बाहर से मूकबधिर के इशारों को समझने वाले अनुवादक को बुलाया गया। अनुवादक के सामने जब बेजुबान ने आप बीती सुनाई तो एक ऐसा शर्मनाक सच सामने आया जो रिश्तों को कलंकित कर रहा था।
मूकबधिर होने के कारण नहीं बता पाई
बताया गया कि नवजात बच्ची का पिता कोई और नहीं बल्कि पीड़िता का ही सौतेला पिता है। जिसके बाद चाइल्ड लाइन ने पत्र लिखकर पुलिस को जानकारी दी। चूंकि पीड़िता बोल नहीं सकती इसलिए वह अपने साथ हुई दरिंदगी की जानकारी समय पर किसी को नहीं बता पाई। पीड़िता लंबे समय से उसकी नानी के घर रह रही थी।
5-6 महीने बाद नानी को पता चला
बताया गया कि जब उसका गर्भ 5-6 महीने का हो गया तब उसकी नानी को पता चला। चूंकि गर्भ ज्यादा महीने का था और गर्भवती मां भी नाबालिग थी, इसलिए पीड़िता के स्वास्थ को देखते हुए बच्चे को जन्म दिया गया। पीड़िता की नानी नवजात बच्ची को रखना नहीं चाहती थी, इसलिए चाइल्ड लाइन की मदद से उसे गोद देने की प्रक्रिया शुरू की गई। जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।
मां-भाई के सोने पर करता था रेप
बताया गया कि पीड़िता के साथ उसके सौतेले पिता ने एक साल पहले कई दिनों तक लगातार दुष्कृत्य किया। वह घटना को तब अंजाम देता था जब उसकी मां और भाई सो जाते थे। इस मामले को प्रकाश में लाने वाले हरदा जिला बाल कल्याण समिति (सी डब्ल्यू सी) के अध्यक्ष वेद विश्नोई ने कहा कि यह बात तो तय है कि परिवार में नवजात बच्ची को रखना नहीं चाहते, वहीं उसकी मां नाबालिग है जो स्वयं मैच्योर नहीं है।