जबलपुर। प्रदेश के वेटनरी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए होने वाली परीक्षा एमपी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (एमपी पीईबी) नहीं लेगा। यह जिम्मेदारी अब वेटनरी कौंसिल ऑफ इंडिया (वीसीआई) नईदिल्ली को दे दी गई है। प्रदेश के पशुपालन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इस नए सत्र से होने वाली प्रवेश परीक्षा ऑल इंडिया स्तर पर होगी। एआईपीएमटी की तर्ज पर अब वेटनरी की प्रवेश परीक्षा ऑल इंडिया प्री वेटनरी टेस्ट कहलाएगी। इसके लिए वेटनरी विवि से भी सहमति मांगी गई थी, जिस पर उन्होंने सहमति जताई थी।
बोर्ड से छीनी परीक्षा
प्रदेश के पशुपालन विभाग ने प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड से प्री वेटनरी टेस्ट कराने की जिम्मेदारी छीन ली है। सूत्र बताते हैं कि विभाग ने यह कदम बोर्ड की छवि को देखते हुए उठाया है। दरअसल दो साल पूर्व पीएमटी से ही वेटनरी विवि की ही सीटें भरी जाती थी, लेकिन फर्जी प्रवेश में मेडिकल के साथ वेटनरी के छात्रों के नाम भी सामने आए थे। इनमें से कई जेल में और कई जमानत पर रिहा हो गए।
85 फीसदी सीटों पर सिर्फ प्रदेश के छात्र
पशुपालन विभाग ने आदेश में इस बात का भी स्पष्ट उल्लेख किया है कि 85 फीसदी सीटों के लिए होने वाली परीक्षा में सिर्फ प्रदेश के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। सभी उम्मीदवारों के पास मप्र का मूलनिवासी सर्टिफिकेट होना अनिवार्य है।