TI का साला करता था नकली पुलिस बनकर किडनैपिंग

इंदौर। कॉलेज छात्रों का अपहरण करने वाला मास्टर माइंड टीआई का साला है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। पुलिस ने कारतूस, कार, मोबाइल और रुपए जब्त किए हैं। शक है कि बदमाशों ने नकली पुलिस अफसर बनकर अन्य वारदातों को भी अंजाम दिया है। क्राइम ब्रांच मोबाइल के आधार पर छानबीन कर रही है।

भंवरकुआं टीआई के मुताबिक बदमाशों के खिलाफ समर्पण व्यास निवासी बसंत विहार कॉलोनी ललितपुर (यूपी) की रिपोर्ट पर धारा 365, 420, 394, 341, 508, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस ने बंधन उर्फ बंधु मूलचंदानी निवासी गुरुनानक नगर को गिरफ्तार किया। जांच अधिकारी के मुताबिक आरोपी इंस्पेक्टर राजेश साहू का साला है। साहू जूनी इंदौर और क्षिप्रा थाने में पदस्थ रहा है।

ढाई किलो गांजा रखने का केस बनाऊंगा, चार साल जेल में सड़ोगे
समर्पण इंद्रपुरी स्थित रश्मि अपार्टमेंट में बीई के छात्र अंकित रायकवार (निवासी सिविल लाइन रोड ललितपुर यूपी) के साथ रहता है। दो दिन पहले भोपाल में पढ़ने वाला बीई छात्र आदित्य जैन (निवासी नई बस्ती ललितपुर) मिलने आया था। अलसुबह करीब 4 बजे तीनों भंवरकुआं चौराहे पर नाश्ता करने गए। होटल बंद था। इसलिए नौलखा बस स्टैंड चले गए। लौटते वक्त आरोपी बंधन ने रोक लिया। उसने पुलिसिया अंदाज में नाम-पते पूछे। उसका कहना था कि क्षेत्र में बहुत चोरियां हो रही हैं। तुम्हे मर्डर या ढाई किलो गांजा रखने के केस में फंसा दूंगा। चार साल तक जेल में ही सड़ते रहोगे। आरोपी ने अपराधी बता कर एनकाउंटर करने की धमकी दी और कारतूस दिखाया। वह फोन पर साथी से भी बात कर रहा था। करीब आधा घंटे बाद बाइक से एक मोटा युवक आया। उसने भी एनकाउंटर की धमकी दी।

50 हजार की डिमांड, 25 हजार पर फाइनल
बंधन ने कहा तुम लोग कुछ रुपए की व्यवस्था कर लो। वरना तुम्हारा एनकाउंटर हो जाएगा। उसने 50 हजार की डिमांड रखी। छात्रों ने कहा परिजनों ने अभी रुपए नहीं भेजे। आरोपी 25 हजार रुपए में रिहा करने पर राजी हो गया। वह रूम पर लेकर आ गया। यहां उसने मोबाइल छीन लिया। दो एटीएम लेकर एसबीआई के एटीएम ले गया। उसने 5 हजार रुपए निकालने की कोशिश की, लेकिन खाते में बैलेंस कम होने से रुपए नहीं निकले।

दो धड़ों में बंट गए बदमाश, छात्रों ने बिछाया जाल
रिहा करने के बाद बंधन तीन नंबरों से कॉल कर फिरौती की मांग कर रहा था। छात्र सुबह थाने पहुंचे और पुलिस को वाकया बताया। इस दौरान आरोपी के कॉल आते रहे। समर्पण घबराते हुए बातें करते रहा। कुछ देर बाद बंधन के साथी से बात हुई। उसने कहा वह तुम्हें फंसा देगा। रुपए मुझे ही देना। छात्रों ने उनकी फूट का फायदा उठाया और रुपए लेने बुलाया। दो बदमाश बाइक से रुपए लेने पहुंच गए। उन्हें बातों में उलझाया और साथी व पुलिस की मदद से आरोपी नितेश व अंकुर को पकड़ लिया।

कलेक्टोरेट से पकड़ाया सरगना
दोपहर करीब 12 बजे बंधन का फिरौती के लिए कॉल आया। रुपए लेकर कलेक्टोरेट चौराहा पर बुलाया। छात्र रिक्शा से पहुंच गए। उनके साथ पुलिसकर्मी और सीनियर छात्र विकास मिश्रा व रामप्रकाश पाल भी बाइक से आ गए। आरोपी जैसे ही रुपए के बारे में चर्चा करने लगा, सभी ने मिलकर दबोच लिया।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !