
इन स्कीमों पर ब्याज दर में कितनी कटौती होगी इसकी घोषणा कुछ दिनों में की जा सकती है. इसके अलावा, बैंक में एफडी की जाने वाली रकम पर भी ब्याज दर में कटौती की जा सकती है. अगले कुछ दिनों में इस पर मुहर लगनी लगभग तय है. इसका असर सबसे ज्यादा मध्यम वर्ग के लोगों पर पड़ेगा. बचत की इन योजनाओं में सबसे ज्यादा निवेश इसी वर्ग के लोग करते हैं.
दरअसल, सरकार एक हाथ से लेने और दूसरे हाथ से देने वाली पॉलिसी अपनाने जा रही है. छोटी बचतों पर ब्याज दर में कमी कर बैंक के इंटरेस्ट रेट में कटौती करेंगे. इससे लोगों पर ईएमआई (मासिक किश्त) का बोझ भी कम हो सकता है.
हालांकि, सरकार के इस फैसले में महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाएं शामिल नहीं की जाएगी. इतना ही नहीं इस सरकार के इस फैसले का असर बेटियों के लिए शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना पर नहीं पड़ेगा.