भोपाल। मप्र के IAS अफसर रमेश थेटे इन दिनों सरकार के खिलाफ मोर्चा खाेले हुए हैं। दो दिन पहले उन्होंने दलित-आदिवासी फोरम के मंच से कहा था कि सरकार की प्रताड़ना की वजह से उनकी पत्नी की ब्यूटी ही चली गई। इस पर उनकी पत्नी मंदा थेटे ने भी भास्कर के संग अपना दर्द शेयर किया।
मंदा थेटे का कहना है-'मेरे पति रमेश थेटे हमेशा से ही अन्याय के खिलाफ लड़ते आए हैं। यह बात कुछ लोगों को पसंद नहीं आई और उन्होंने मेरे पति को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। हमारा पारिवारिक जीवन पूरी तरह तबाह हो गया है। परिवार की खुशियां ही चली गई हैं।'
वरिष्ठ होने के बावजूद नहीं बनाया कलेक्टर
मंदा कहती हैं, 'मेरे पति किसी की मेहरबानी से नहीं, बल्की अपनी योग्यता से IAS बने। उन्हें 12 साल से प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। उनको कभी भी कलेक्टर नहीं बनाया गया। आज भी वरिष्ठ होने के बावजूद उनकी पदस्थापना बगैर महत्व वाले पद पर की गई है। उनका पूरा गोल्डन करियर बर्बाद कर दिया गया लेकिन हम बाबा साहब आंबेडकर के अनुयायी हैं। हम अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि अंत में जीत हमारी ही होगी, क्योंकि हम सच्चाई के रास्ते पर चल रहे हैं।'
किसी का नहीं लिया नाम
हालांकि मंदा थेटे से जब पूछा गया कि उनके पति को क्या सरकार प्रताड़ित कर रही है? इस पर उन्होंने किसी का भी नाम लेने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह उनके पति और सरकार के बीच का मामला है, लेकिन वो अपने पति की हर लड़ाई में उनके साथ हैं।'